बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के निधन ने फिल्म इंडस्ट्री में नेपोटिज्म को लेकर बड़ी बहस छेड़ दी है. इस घटना के बाद धीरे-धीरे कई सेलिब्रिटी फिल्म इंडस्ट्री में अपने साथ हुई राजनीति का खुलासा कर रहे हैं. कंगना रनौत के बाद सिंगर सोनू निगम ने म्यूजिक इंडस्ट्री की कड़वी सच्चाई बयां की तो सिंगर मोनाली ठाकुर ने भी सोनू निगम के बयान पर अपनी सहमती जताई है.
सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद सोनू निगम ने हाल ही में एक वीडियो शेयर करते हुए कहा कि फिल्म इंडस्ट्री से ज्यादा माफियागिरी तो म्यूजिक इंडस्ट्री में है. उन्होंने कहा कि कल अगर किसी म्यूजीशियन, लिरिस्ट या सिंगर के सुसाइड करने की खबर आए तो हैरानी नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि म्यूजिक इंडस्ट्री में सर्वाइव करना बहुत ही कठिन है. उन्होंने म्यूजिक कंपनीज और प्रोडक्शन हाउस की ओर निशाना साधा जो बाहर से आए न्यूकमर्स को अवसर नहीं देते हैं.
मोनाली ठाकुर ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि वे भी सोनू निगम की बात से पूरी तरह से इत्तेफाक रखती हैं. मोनाली ने कहा- सोनू निगम ने जो कहा वो सही है. सुशांत के सुसाइड की वजह हालांकि सामने नहीं आई हैं और उन्होंने कोई सुसाइड नोट नहीं लिखा तो उनके संदर्भ में कुछ भी श्योर नहीं बोला जा सकता. पर सोनू निगम जी ने जो कहा वो सच्चाई है. बहुत दुख के साथ मुझे कहना पड़ रहा है कि जिस देश में टेलेंट की भरमार हो वहां पर नेपोटिज्म एग्जिस्ट करता है. और सभी को पता है. मैं कमेंट कर के उन्हीं बातों को दोहराना नहीं चाहूंगी. ये दुखद है.
उन्होने कहा मैंने सोनू जी का वीडियो अभी हाल ही में देखा है. सोनू निगम मेरे सीनियर हैं और वे इंडस्ट्री में काफी समय से सक्रिय हैं. वे एक बड़ा नाम हैं और अब उन्होंने तो एक मुकाम हासिल कर लिया है. वे अब इन सब बातों से ऊपर उठ चुके हैं. मगर ये सही है कि बहुत ज्यादा माफियागिरी तो हमारी म्यूजिक इंडस्ट्री में है. किसी को उसका क्रेडिट नहीं मिलता. यही वजह है कि मुझे ये इंडस्ट्री पसंद नहीं. मैं अब फिल्मों में गाना गाने के लिए कोशिश भी नहीं करती हूं. मैंने खुद अपने आप को इन सब से अलग कर लिया है. मैं अपनी मेंटल हेल्थ की फिक्र करती हूं.
मोनाली ठाकुर ने इंटरव्यू में ये भी कहा कि इंडस्ट्री के लोगों को फर्क नहीं पड़ता है. वे चीटी की तरह प्रतिभाशाली लोगों को पीस देते हैं. और इमानदारी से बताऊं तो जो औसत लोग हैं उन्हें प्रमोट करते रहते हैं. सोनू जी ने तो बहुत पोलाइटली बोला है मगर इंडस्ट्री में ये सब इससे भी बहुत ज्यादा गंदा है. मुझे नहीं पता कि ये सब कब खत्म होगा मगर इसके लिए एक रिवोल्यूशन का होना जरूरी है. कोई अकेला इंसान नहीं कर सकता है. सभी म्यूजीशियन को अपनी मान न-मर्यादा का ख्याल रखते हुए ये सब जो चल रहा है इसका विरोध करना होगा.