बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत को करीब साढ़े तीन महीने हो चुके हैं। लेकिन इस केस की गुत्थी सुलझने के बजाय और ज्यादा उलझती जा रही है. सुशांत मामले में सीबीआई जांच में जुटी हुई है। इस बीच मुंबई फॉरेंसिक लैब की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जिसके बाद सुशांत के फैंस काफी गुस्से मैं नज़र आ रहे हैं।
दरसल बात ये है कि फॉरेंसिक लैब ने सुशांत के विसरा का ड्रग्स टेस्ट नहीं किया था, जिससे ये पता चलता कि अभिनेता को ड्रग्स दिया गया था या नहीं। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो मुंबई की फॉरेंसिक लैब ने हाई प्रेशर थीन लेयर क्रोमैटोग्राफी टेस्ट नहीं किया था। लैब ने सुशांत की रूटीन विसरा जांच की थी। सीबीआई इसकी जांच कर रही है कि उन्होंने ऐसा क्यों नहीं किया था।
आपको बता दें कि मुंबई फॉरेंसिक लैब की इस लापरवाही पर एम्स के डॉक्टर्स भी सवाल उठा रहे हैं। एम्स के डॉक्टरों ने जो फॉरेंसिक रिपोर्ट सीबीआई को सौंपी है उसमें ज्यादातर बिंदुओं पर उसकी जांच एजेंसी के साथ सहमति हो गई है। एम्स के डॉक्टरों को फॉरेंसिक जांच में हत्या का कोई सबूत नहीं मिला है. एम्स की टीम ने जो रिपोर्ट सीबीआई को दी है उसमें लिखा है कि उनके शरीर में जहर का कोई अंश नहीं मिला है। सुशांत के विसरा जांच से यह स्पष्ट हो गया है कि उसे जहर नहीं दिया गया था क्योंकि उनके विसरा में जहर का अंश नहीं मिला है।
सुशांत सिंह राजपूत के पिता केके सिंह ने जो आरोप लगाए थे जहर देने के या फिर जो थ्योरी चल रही थी कि सुशांत को जहर देकर मारा गया है विसरा रिपोर्ट में ऐसा कुछ भी नहीं है। हालांकि सीबीआई अभी भी हत्या के एंगल से जांच से इनकार नहीं कर रही है।
आपको ये भी बता दें कि एम्स के डॉक्टरों की यह जांच पूरी नहीं कही जा सकती क्योंकि इस केस में सबसे पहले जहां पर और जिस तरह से पोस्टमार्टम हुआ और एम्स के डॉक्टरों ने पोस्टमार्टम को लेकर जो भी सवाल उठाए थे वह सवाल अब भी बरकरार हैं। उन अनसुलझे सवालों के जवाब के लिए एम्स के डॉक्टर अभी और भी जांच करेंगे।