Nepotism: बाहुबली फेम राणा दग्गुबाती ने दिया बड़ा बयान, बोले- बिना टैलेंट इंडस्ट्री में टिक…

बॉलीवुड और साउथ इंडियन फिल्मों के सुपरस्टार राणा दग्गुबाती ने हाल ही में दिए इंटरव्यू में अपने करियर, शादी, प्रोडक्शन हाउस के साथ-साथ नेपोटिज्म पर चल रही बहस के बारे में भी बात की है. राणा ने बताया कि कैसे वे अपने परिवार के प्रोडक्शन हाउस के साथ काम कर रहे हैं. वे बढ़िया कंटेंट को लाने के लिए भी काफी मेहनत कर रहे हैं.

राणा दग्गुबाती ने इंटरव्यू में बताया मेरे दादा और पिता प्रोड्यूसर हैं और हम हैदराबाद में अपने स्टूडियो चलाते हैं. हम सालों से कटेंट बनाते और नए टैलेंट तलाश करते आ रहे हैं. इस समय सारे विशेषाधिकार बेकार हैं. क्योंकि हमें काम करना है. नेपोटिज्म की बात यहां पर काम नहीं करती है, हम तो यह ओवरटाइम कर रहे हैं. जब आपके कंधों पर एक बड़ी कंपनी को चलाने का जिम्मा होता है तो बात अलग होती है. राणा ने कहा हमारी ज्यादातर कमाई थिएटर के बिजनस से होती है और वो इस समय तो होने वाली नहीं है. दुनिया को कंटेंट चाहिए और हमें ये सुनिश्चित करना है कि जो टैलेंट हमारे पास है वो दुनिया तक पहुंचे. ये हमारा काम है.

राणा दग्गुबाती नेपोटिज्म के मुद्दे पर अपने विचार रखते हुए कहा- बिना टैलेंट के आप इंडस्ट्री में नहीं टिक सकते. नेपोटिज्म एक भारतीय सोच के साथ आता है कि असल में परिवार क्या है. अगर आपके पिता है, जो कड़ी मेहनत करते है तो ये बात साफ है कि वो आपके परिवार को चलाएंगे. इस बात को वो आपको कैपिटल और ज्ञान के जरिए समझाएंगे. तो ये आपको विशेषाधिकार का हिस्सा बनाता है. मैं उस रास्ते पर नहीं चल सकता. वो बड़ी जिम्मेदारी के साथ आता है.

आपको बता दें कि राणा दग्गुबाती ने सोशल मीडिया के बारे में बात करते हुए कहा- सोशल मीडिया एक ऐसी जगह है जहां आपको अपनी बात रखने के लिए पैसे नहीं देने पड़ते. आप किसी को भी कुछ भी कह सकते हैं. किसी की ही भावनाओं को नफरत भरी बात कहकर ठेस पहुंचा सकते हैं. इसे किसी को सीरियस नहीं लेना चाहिए. आपको इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि सोशल मीडिया आपकी जिंदगी पर कितना कम असर डालता है. आप अपना काम सही से करें, क्रिएटिव रहें. मैं तो इसी में भरोसा रखता हूं.