बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत अपनी फिल्मों से ज्यादा अपने बेबाक बयानों की वजह से सुर्ख़ियों में रहती हैं। लेकिन इस बार एक्ट्रेस को अपना ये बेबाक अंदाज महंगा पड़ गया है. दरसल कर्नाटक के तुमकुरु जिले की एक अदालत ने शुक्रवार को पुलिस को निर्देश दिया कि कृषि कानूनों का विरोध करने वाले किसानों को कथित रूप निशाना बनाकर किए गए ट्वीट के लिए अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाए।

आपको बता दें कि प्रथम श्रेणी के न्यायिक मजिस्ट्रेट (जेएमएफसी) की अदालत ने वकील रमेश नाइक द्वारा दाखिल शिकायत के आधार पर क्याथासंदरा थाने के निरीक्षक को कंगना रनौत के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने और मामले की जांच करने का निर्देश दिया है।

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में लागू कृषि विधेयकों के संबंध में एक ट्वीट किया था, कंगना रनौत के ट्विटर हैंडल ‘कंगना टीम’ से 20 सितंबर को रीट्वीट करते हुए लिखा था कि ‘प्रधानमंत्री जी, कोई सो रहा हो उसे जगाया जा सकता है, जिसे गलतफहमी हो उसे समझाया जा सकता है मगर जो सोने का अभिनय करे, ना समझने का अभिनय करे उसे आपके समझाने से क्या फर्क पड़ेगा? ये वही आतंकी हैं. सीएए (संशोधित नागरिकता कानून) से एक भी इंसान की नागरिकता नहीं गई मगर इन्होंने खून की नदियां बहा दी।’

आपको बता दें कि वकील रमेश नाइक ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया है कि कंगना रनौत के इस ट्वीट से उनकी भावनाओं को ठेस पहुंची, जिसके बाद उन्होंने कंगना रनौत के खिलाफ सीआरपीसी की धारा 156 (3) के तहत शिकायत दाखिल की है।

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