आजकल की भागती- दौड़ती जिंदगी में लोग अपनी प्राइवेट लाइफ को मनमुताबिक नहीं जी पाते हैं. ऐसे में उनके पास एंटरटेनमेंट के लिए फिल्म या इंटरनेट का ही एक सहारा होता है. जिसकी वजह से उनके अंदर सेक्स को लेकर तमाम फैंटसीज पैदा होती हैं. एक सर्वे के मुताबिक इंटरनेट की दुनिया को असल जिंदगी में जीने के लिए कुछ लोग विया’ग्रा जैसी दवाइयों का ज्यादा इस्तेमाल करने लगे हैं.
इंडिया टुडे सेक्स सर्वे 2019 की रिपोर्ट के मुताबिक, जयपुर में 87 फीसदी और चंडीगढ़ में 62, लखनऊ के 48 प्रतिशत, गुरुग्राम के 43.7 और चेन्नई में 42 फीसदी लोग सेक्स क्षमता को बढ़ाने के लिए विया’ग्रा जैसी दवाईयों का इस्तेमाल करते हैं. जयपुर से इस रिसर्च में शामिल होने वाले लोगों के लिए सेक्स एक निजी मामला है, जिसे लोग जरूरत पड़ने पर सिर्फ डॉक्टरों से ही साझा करते हैं.
अगर राजस्थान की बात करें तो वहां की सबसे बड़ी चिकित्सा संस्थान एसएमएस मेडिकल कॉलेज व संस्थान के प्रिंसिपल डॉ. सुधीर भंडारी ने विया’ग्रा को लेकर अलग प्रतिक्रिया दी है. भंडारी जी ने कहा कि सेक्स को लेकर अब लोग बात करने लगे हैं. उन्होंने कहा कि लोग इस बारे में जानने चाहते हैं कि कैसे अलग-अलग तरह की शारीरिक परेशानियों से उनकी यौनेच्छा पर असर पड़ सकता है और उसका समाधान क्या हो सकता है.
डॉ. भंडारी ने ये भी कहा कि ऐसा जरूर नहीं कि लोगों ने फैंटसी के लिए विया’ग्रा का सहारा लिया हो. भंडारी जी ने कहा कि डायबिटीस से सेक्स प्रदर्शन पर असर पड़ाता है. इससे से छुटकारा पाने के लिए हम उन लोगों को इससे जुड़ी दवाएं देते हैं. भंडारी जी का कहना है कि सेक्सुअल डिसफंक्शन या मर्दानगी की कमी किसी भी शख्स के लिए हार्ट की समस्या के लिए खतरा हो सकता है. उन्होंने कहा कि ऐसा भी हो सकता है कि कुछ लोग डॉक्टरों की सलाह पर विया’ग्रा जैसी दवाईयों का इस्तेमाल कर रहे हैं.