बॉलीवुड एक्टर इरफान खान (Irrfan Khan) का 53 साल की उम्र में बुधवार को निधन हो गया। इरफान खान की तबीयत अचानक खराब होने की वजह से उन्हें मंगलवार को मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल के आईसीयू में एडमिट किया गया था। उन्हें कोलन इंफेक्शन की वजह से भर्ती कराया गया था।
इरफान खान की मौत की खबर ट्विटर पर फिल्म निर्माता शूजित सरकार ने शेयर की। उन्होंने लिखा, ‘मेरे प्रिय मित्र इरफान, आप लड़े, लड़े और लड़े। मुझे आप पर हमेशा गर्व रहेगा.. हम फिर से मिलेंगे। शांति और ओम शांति। इरफान खान को सलाम।
बॉलीवुड एक्टर अमिताभ बच्चन ने ट्वीट कर लिखा कि इरफान खान के निधन की खबर मिल रही है। यह एक परेशान करने वाली और दुखद खबर है। अविश्वसनीय प्रतिभा .. महान सहयोगी .. सिनेमा की दुनिया के लिए एक शानदार योगदानकर्ता.. हमें बहुत जल्द छोड़ दिया।
इरफान खान के परिवार के अन्य सदस्यों ने कहा कि उनकी मां की आखिरी इच्छा यह थी कि उनके बेटे इरफान खान मौत से जंग भी जीतकर घर लौटेंगे और वह पूरी तरह से स्वस्थ हो जाएंगे। मगर ऐसा नहीं हो सका। इरफान खान न तो अपनी मां के निधन पर उनका आखिरी दर्शन कर पाए और न ही उनकी मां की दुआ कुबूल हुई कि उनका बेटा ठीक हो जाएगा।
दरअसल, शनिवार को इरफान खान की मां सईदा बेगम का 95 साल की उम्र में जयपुर में निधन हो गया। मां के निधन के बाद भी कोरोना लॉकडाउन की वजह से इरफान खान अपनी मां का आखिरी दर्शन नहीं कर पाए और न ही अंतिम विदाई में शामिल हो पाए। हालांकि, इरफान ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपनी मां को नम आंखों से उन्हें अलविदा किया था।
इरफान के प्रवक्ता के हवाले से कहा गया था कि हां यह सही है कि इरफान खान को कोलोन इन्फेक्शन के कारण मुंबई स्थित कोकिलाबेन (अस्पताल) के आईसीयू में भर्ती कराया गया है। हम अपडेट देते रहेंगे। वह डॉक्टर के निरीक्षण में है। उनकी ताकत और साहस ने उन्हें अब तक लड़ाई लड़ने में मदद की है और हमें पूरा विश्वास है कि जबरदस्त इच्छाशक्ति और अपने सभी शुभचिंतकों की प्रार्थनाओं के चलते वह पूर्ण रूप से जल्द ही ठीक हो जाएंगे।अटेंशन में रखा गया है।
इरफ़ान ख़ान के निधन को लेकर ऑफ़िशियल बयान भी जारी कर दिया गया है। इसमें लिखा गया है- ‘मुझे यकीन है कि मैं सेरेंडर कर चुका हूं। ये कुछ शब्द हैं, जो इरफ़ान ने 2018 में अपने कैंसर से लड़ने की शुरुआत में कहे थे। यह बहुत दुख देने वाला है कि हमें उनके ना रहने की ख़बर को आगे लाना पड़ रहा है। इरफ़ान एक बहुत ही मजबूत व्यक्ति थे, जो अपनी आखिरी सांस तक लड़े और उन सभी को प्रेरित किया, जो उनके पास आया। जब उन्हें 2018 में कैंसर जैसी न्यूज़ का झटका लगा, तब उन्होंने उसके साथ आने वाली हर लड़ाई को लड़ा।’
इसमें आगे लिखा गया है, ‘इरफ़ान अपने प्यार और परिवार से घिरे रहते थे, एक सच्ची अपनी खु़द की सच्ची विरासत पीछे छोड़कर जा रहे हैं। हम सब यह प्रार्थना और आशा करते हैं कि उन्हें शांति मिले।’